भावना तिवारी -भावांकन
गीत नवगीत कविता डायरी
16 June, 2013
बेहतर होता
कभी-कभी कुछ,
कह देने से
बेहतर होता,
है चुप होना .!!
मौन,कहानी कहता
हो जब आकर्षण की !
चिंगारी उठती,दिमाग़
औ मन-घर्षण की !!
कभी-कभी दुख,
पी लेने से,
बेहतर होता
जीभर रोना !!
~.भावना.~
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